यादों के पिटारे से निकली कुछ कहानियाँ
कहानियाँ जो हैं आज के सच जैसी सच्ची …
याद आए कुछ भूले दोस्त
याद आये कुछ पल जो होते थे दिल के करीब
वो चुलबुलापन , वो सपनों का ताना बाना
वो छोटी छोटी बातों पे खुल के हँसना
वो दिल से सोचना और दिल की करना
वो थक के बैठना और पल भर में ही उठ जाना
कहाँ खो गए सब ,कैसे भूल गए हम
यादों के पिटारे में इतना प्यार इतना अपनापन है
तो कैसे भूल गए दोस्त
चलो आज कुछ पल थम जाएँ ,रुक जाएँ
और खो जाएं उन पलों में जो आज भी दिल को सुकून दे जाते हैं
याद करें सब और हस लें जी भर के
और फिर आज कुछ नयी यादें बनाएं
लिखें कुछ कहानियां जो हों आज के सच जैसी सच्ची …
कहानियाँ जो हैं आज के सच जैसी सच्ची …
याद आए कुछ भूले दोस्त
याद आये कुछ पल जो होते थे दिल के करीब
वो चुलबुलापन , वो सपनों का ताना बाना
वो छोटी छोटी बातों पे खुल के हँसना
वो दिल से सोचना और दिल की करना
वो थक के बैठना और पल भर में ही उठ जाना
कहाँ खो गए सब ,कैसे भूल गए हम
यादों के पिटारे में इतना प्यार इतना अपनापन है
तो कैसे भूल गए दोस्त
चलो आज कुछ पल थम जाएँ ,रुक जाएँ
और खो जाएं उन पलों में जो आज भी दिल को सुकून दे जाते हैं
याद करें सब और हस लें जी भर के
और फिर आज कुछ नयी यादें बनाएं
लिखें कुछ कहानियां जो हों आज के सच जैसी सच्ची …
Wow! bahut Khub!likhte raho.aapki kalam main jadoo hai
ReplyDelete:) Thank you Snehal :)
DeleteThis comment has been removed by the author.
ReplyDelete"aapke kalam mein jaado nahin..
ReplyDeleteaapke kalam mein dil hai!!"
u understand people,their feelings and compile them together better than most of the Author`s.
:) Thank you Kiran for such a kind compliment! It is so heart warming that you feel that way :)
Deletebeautiful
ReplyDeleteladki
Thanks you so much :)
Deletewah Bahut khoob...khash wo yadein firse jee paye...awesome..:) :) keep writing..:)
ReplyDeleteSupriya Thank you :)
DeleteGreat Mauly...................:)
ReplyDeleteShubh ..Thank you very much :)
DeleteBeautifully written :) your poem brought back nostalgic memories!!!! great work.
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